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रेलवे ग्रुप डी जीके साइंस 2018 इन हिंदी

जीव विज्ञान के तथ्य इण्डोल ऐसीटिक अम्ल ऑक्सीन होता है। एड्रिनल ग्रन्थि को आपातकालीन ग्रन्थि भी कहते है। सोमैटोट्रॉफिक हार्मोन पीयूष ग्रन्थि द्वारा स्रावित होते है। सटेस्टोस्टिरोन हार्मोन वृषण ग्रन्थि द्वारा स्रावित होता है। एस्ट्रोजन हार्मोन डिम्ब ग्रन्थि द्वारा स्रावित होता है। थायराक्सीन ग्रन्थि थायराइड ग्रन्थि द्वारा स्रावित होता है। मानव भ्रूण हदय अपने परिवर्धन के चतुर्थ सप्ताह में स्पन्दन करने लगता है। परखनली शिशु का परिवर्धन परखनली के अन्दर ही होता है। खुजलाने से खाज मिटती है क्योंकि इससे कुछ तंत्रिकाऐं उददीप्त होती है जो मस्तिष्क को प्रतिहिस्टामिनी रसायनों का उत्पादन बढाने का निर्देश देती है। मनुष्य के आँख में प्रकाश तरंगें अक्ष पटल पर स्नायु उद्वेगों में परिवर्तित होती हैं। जन्तु विज्ञान में जीवित व मृत जानवरों का अध्ययन करते है। दृष्टि पटल (रेटिना) पर जो चित्र बनता है वह वस्तु से छोटा व उल्टा होता है। मनुष्य आर्द्रता व गर्मी में परेानी महसूस करता है। इसका कारण है कि पसीना आर्द्रता के कारण वाष्पित नही होता हैं। पोलियो का टीका सबसे पहले जान साल्क ने तैयार किया

रेलवे जीके साइंस ग्रुप डी स्पेशल एग्जाम 2018 जीके इन हिंदी 2018

रेडियोएक्टिवता संपादित करें रेडियो ऐक्टिवता की खोज हेनरी बेकरेल ने की । प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले रेडियोऐक्टिव तत्व वे हैं जिनका परमाणु क्रमांक 83 से अधिक (वर्तमान मे 84 से 92) हैं । इनमे पोलोनियम (84), रेडान (86), रेडियम (88), थोरियम (90) तथा यूरेनियम (92) प्रमुख हैं । अल्फा किरणें धनावेशित, बीटा किरणें ऋण आवेशित, एवं गामा किरणें उदासीन होती हैं । आइरीन क्यूरी तथा उनके पति जोलियो क्यूरी ने कृत्रिम रेडियो ऐक्टिवता की खोज की । गामा किरणों की बेधन क्षमता बहुत अधिक होती है, यह बीटा कणों की अपेक्षा 100 गुना तथा अल्फा कणों की अपेक्षा 10000 गुनी होती है । गामा किरणों की वेधन क्षमता X-किरणों की बेधन क्षमता से भी अधिक होती है । गामा किरणें लोहे की 30 सेमी मोटाई तक को पार कर सकती हैं । गैसों के आयनन की क्षमता अल्फा कणों मे सबसे अधिक तथा गामा कणों मे सबसे कम होती है । अल्फा किरणों की चाल सबसे कम तथा गामा किरणों की चाल सबसे अधिक लगभग प्रकाश के चाल के बराबर होती है । गामा किरणें उच्च ऊर्जायुक्त विद्युत चुम्बकीय तरंगें होती हैं । रेडियोऐक्टिव विघटन मे नाभिक एक